नई दिल्ली। सीमा सुरक्षा बल बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जवानों ने बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में एक नाबालिग बांग्लादेशी युवती को तस्करों के चंगुल से मुक्त कराया है। भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास 15 साल की युवती को मुक्त कराया गया है। इसके साथ ही सुरक्षा एजेंसी ने एक दलाल को भी पकड़ा है। वे अवैध रूप से सीमा पार कराकर लड़की को भारत लाने की कोशिश में थे। बीएसएफ को खूफिया जानकारी मिली थी कि एक संदिग्ध बाइक सवार सीमा पर दिखा है। सूचना थी कि वह किसी लड़की को अवैध ढंग से भारत में लाने की कोशिश कर रहा है।जब उसे रोकने की कोशिश की गई तो वह लड़की को छोड़कर भागने लगा। लेकिन,जवानों ने उसे धर दबोचा। लड़की ने बताया कि वह कुछ काम करने के लिए और पैसे कमाने के लिए भारत आना चाह रही थी।उसने बताया कि उसकी कोई रिश्तेदार पश्चिम बंगाल में रहती है और उसी के कहने पर वह भारत आने का प्रयास कर रही थी। उसने बताया कि वह पांच हजार रुपए देकर बंग्लादेश से भारत की सीमा में आई थी और यहां भी उसे पांच हजार रुपए देने थे। उससे पहले ही उसे दलाल के चंगुल से मुक्त करा लिया गया। सुरक्षा एजेंसियां इस मामले की जांच कर रही हैं। कुछ अन्य लोग भी पकड़ में आ सकते हैं।
प्राथमिक जांच में पता चला कि दो दिनों तक दलाल ने उसने अपने घर में रखा और उसका नकली आधार कार्ड भी बनाया गया। अब एजेंसियों के कान खड़े हुए हैं कि दलाल तस्करी के बाद आधार कार्ड तक बना कर भारतीय एजेंसियों को धोखा देने का काम कर रहे हैं। फिलहाल दोनों को स्थानीय पुलिस के हवाले कर दिया गया है जहां से आगे की कार्रवाई होगी।