मुंबई। दक्षिणी मुंबई में एक रेलवे स्टेशन के पास ब्रहसप्तिवार शाम पैदल पार पुल का बड़ा हिस्सा ढह गया जिसमे 6 लोगो की मौत हो गई है और 36 घायल है।मरने वालों की संख्या और भी अधिक हो सकती थी लेकिन सड़क रेड लाईट होने के कारण कई लोगो की जान बच गई।बता दें कि जिस समय पुल गिरा था उस समय रेड लाईट की वजह से ट्रैफिक रुकी हुई थी।
फेमस सीएसएमटी स्टेशन के पास स्थित इस पुल को आमतौर पर कसाब पुल के नाम से जाना जाता है।क्योकि 26/11 मुंबई आतंकवादी हमले के दौरान आतंकवादी इस पुल से गुजरे थे।सभी घायलो को नजदिक के अस्पताल मे भर्ती कराया गया।
एक प्रत्यक्ष दर्शी ने बताया कि जब पुल गिरा तो वह पास की बत्ती के चलते ट्रेफिक रुका था और इस कारण ज्यादा मौत नहीं हुई।वहीं देखने वाले दूसरे लोगो ने बताया कि आज पुल पर मरम्मत का काम चल रहा है इसके बावजूद लोग इसका इस्तेमाल कर रहे हैं।
मुआवज़े का ऐलान
महाराश्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने म्रतको के परिवार के लिये 5-5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की है।उन्होंने कहा कि 40 साल पुराने इस पुल के गिरने की जांच एक उच्च स्तरीय समिति करेगी।घायलो को 50-50 हजार रूपये की सहायता राशि दी जाएगी।उनके इलाज का खर्च सरकार उठाएगी।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने मुंबई मे फुटओवर ब्रिज पर हुए हादसे को लेकर दुख जताया है।टविटर पर उन्होने लिखा है कि मुंबई फुटओवर ब्रिज दुर्घटना मारे गये लोगो के बारे में जानकर भ
बहुत दुखी हूं।मेरी सांत्वना उनके परिवार के साथ है।मै प्रार्थना करता हूँ कि घायलो लो जल्द से जल्द रिकवरी हो।महाराष्ट्र सरकार प्रभवित लोगो को सभी तरह की सहायता प्रदान कराने के लिए सभी संभव प्रयास कर रही है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मुंबई मे फुट ओवर ब्रिज के गिरने की घटना पर दुख जताया है।राहुल ने फेसबुक पर कहा है कि मुंबई फुटओवर ब्रिज हाद्से की खबर से मुझे बहुत दुख पहुचा है।म्रतको के परिजनो के प्रति मै अपनी गहरी शोक और संवेदना व्यक्त करता हूँ जो घायल हैं उन्हें जल्द से जल्द राहत मिले मेरी ये प्रार्थना है।
मुंबई पुलिस ने ट्विट किया और कहा सीएसटी के प्लेट फार्म संख्या एक के उत्तरी छोर को टाइम्स ऑफ इंडिया इमारत के पास बीटी लायन से जोड़ने वाला पैदल पार पुल ढह गया है।
पुलिस प्रवक्ता मंजूनाथ सिंगे ने बताया कि म्रतको की पहचान अपूर्वा प्रभु 35,रंजना तांबे 40,भक्ति शिन्दे 40,जाहिद शिराज खान 32,और टी सिह 35,के रुप मे हुई है।प्रभू और तांबे जीटी अस्पताल में काम करते थे।