नई दिल्ली। केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों ने आज भारत बंद बुलाया है। 13 दिनों से दिल्ली बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसान संगठन और केंद्र सरकार के बीच बातचीत से अब तक कोई ठोस नतीजा नहीं निकल पाया है। अब दोनों पक्ष छठे दौर की बातचीत के लिए कल यानी 9 दिसंबर को मुलाकत करेंगे। किसान संगठनों ने आज भारत बंद का आह्वान करते हुए सभी लोगों से बंद शामिल होने की अपील की है। भारत बंद के दौरान सुबह 11 बजे से दोपहर तीन बजे तक कई मुख्य सड़कें और नेशनल हाइवे बंद रहेंगे।
दिल्ली को नोएडा से जोड़ने वाले नेशनल हाइवे 24 पर दिल्ली की ओर जाने वाली सड़क पर पुलिस ने बैरिकेडिंग कर रखी है। सुबह होने की वजह से अभी इस मार्ग पर वाहनों की आवाजाही कम है,लेकिन दफ्तर खुलने के समय यहां जाम की स्थिति पैदा हो सकती है। इस सड़क पर बड़ी संख्या में किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। हालांकि दिल्ली से नोएडा की ओर जाने वाले वाहनों को फिलहाल किसी तरह की दिक्कत नहीं हो रही है। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने ट्वीट कर कहा है। कि लोगों को सलाह दी जाती है कि वह दिल्ली आने के लिए NH 24 से बचें और दिल्ली आने के लिए अप्सरा, भोपड़ और डीएनडी का उपयोग करें।
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने बताया,कि किसानों के प्रदर्शन को लेकर सिंघू, औचंदी,पियाओ मनियारी,मंगेश, टीकरी और झड़ौदा बॉर्डर बंद कर दिए गए हैं। इतना ही नहीं नेशनल हाइवे 44 भी दोनों ओर से बंद कर दिया गया है। पुलिस ने यात्रा करने वालों को लामपुर, साफियाबाद और सबोली बॉर्डर का रास्ता लेने का सुझाव दिया है। मुकरबा और जीटीके रोड से भी यातायात का मार्ग बदल दिया गया है। इन सड़कों पर वाहनों की आवाजाही बंद है।
नोएडा लिंक रोड पर चिल्ला बॉर्डर बंद कर दिया गया है। नोएडा लिंक रोड पर चिल्ला बॉर्डर भी गौतम बुद्ध गेट के पास किसानों के प्रदर्शन के चलते नोएडा से दिल्ली यातायात बंद कर दिया गया है। पुलिस ने लोगों को दिल्ली आने के लिए नोएडा लिंक रोड से परहेज करने और डीएनडी का इस्तेमाल करने की सलाह दी है।
आज दिल्ली में भारत बंद के दौरान ओला-उबर की टैक्सी नहीं चलेंगी। सर्वोदय ड्राइवर्स एसोसिएशन ने किसानों के समर्थन में ये बड़ा एलान किया है। इतना ही नहीं ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस ने भी देशव्यापी चक्का जाम की घोषणा की है। एसोसिएशन के इस एलान के बाद अब लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।हरियाणा-पंजाब के अलावा यूपी,दिल्ली,ओडिशा,उत्तराखंड,पश्चिम बंगाल,एमपी, राजस्थान व तमिलनाडु के किसानो ने भी समर्थन किया है।