by Arvind Jangid…..जयपुर। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि कोंग्रेस पार्टी का विचार एवं व्यवहार से आधार खत्म होता जा रहा हैं, उसका कारण है नेहरू गांधी खानदान, उस वंशवाद की परंपरा के आधार पर पार्टी चली और नई लीडरशिप उभरी नहीं।
पूनिया ने कहा कि मुझे लगता है कि जिस तरह की गतिविधियां हुई है वह निश्चित रूप से सरकार अपना बहुमत खो चुकी है, अल्पमत की यह सरकार जिस तरीके से अपने तानाशाही रवैये से लोगों के पीछे पुलिस लगाकर , टेलीफोन टैप करवाकर, 124 जैसी राजद्रोह की धारा लगाकर ब्रिटिश हुकूमत की याद दिलाती है।
कांग्रेस के भीतर विग्रह था यह स्पष्ट हो गया कि सरकार ने पिछले पौने दो साल से जिस अराजक तरीके से काम किया है। राजस्थान की जनता की उम्मीदें पूरी नहीं की और अब तो राजस्थान की जनता को न्याय की उम्मीद भी नहीं है। मुझे लगता है कि सरकार का चले जाना ही प्रदेशवासियों के हित में है।
पूनिया ने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी अपना झगड़ा संभाल नहीं पाई एवं तोहमत हमारे ऊपर, उनके आलाकमान में दम होता किसी तरीके की सूझबूझ होती उनमें कोई बुद्धि कौशल होता तो शायद इतनी नौबत ही नहीं आती। लेकिन मुझे लगता है कि इस समय जिस तरीके की परिस्थितियां बनी है उन परिस्थितियों के आधार पर यह साबित हो गया कि देश को चलाने में राष्ट्रवाद का विचार एवं राष्ट्रवाद के विचार के कारक प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी एवं गृहमंत्री श्री अमित शाह जी के साथ भारतीय जनता पार्टी ही देश पर अच्छा शासन चला सकती है। साथ ही यह भी साबित हो गया कांग्रेस पार्टी सोनिया जी, प्रियंका जी एवं राहुल गांधी के बूते पर तो इस देश में राजनीतिक तौर पर लोगों के मन में जगह नहीं बना सकती है।
प्रदेश सरकार की बुनियाद ही अंतर्विरोध एवं अंतर्कलह पर है। राज्यसभा चुनाव में किन्ही कारणों से डैमेज कंट्रोल किया होगा लेकिन अब कांग्रेस की फूट भी उजागर हो गयी और उनका डैमेज कंट्रोल भी साफ तौर से सामने आ गया जो पहली बात थी वह सत्य साबित हुई। इस देश के राजनीतिक नक्शे से कांग्रेस पार्टी क्यों गायब हुई उसका आधार है भ्रष्टाचार अराजकता और जातिवाद।